Menu
blogid : 8924 postid : 9

किसे -वोट दिया जाए, सब प्रत्याशी …….?

khwahishein yeh bhi hain
khwahishein yeh bhi hain
  • 195 Posts
  • 470 Comments

किसे -वोट दिया जाए, सब प्रत्याशी …….?

मतदाता का है ऐलान !
एक सांप और दूजा नाग ।
नेताओं की है पहचान ।।
कोई -दूध का धुला नहीं है, सब नेता एक ही थैली के चट्टे -बट्टे हैं, लोकतंत्र के साथ सबने बेईमानी की-जनमत के साथ सबने फरेब किया, भ्रष्ट और अपराध वाद को सभी राष्ट्रीय अथवा क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टियों ने संरक्षण दे अपने हितों को साधा और जनसेवा का ढोंग कर अपनी-अपनी सातों पुश्तो के भरण-पोषण के उद्योग में लिप्त -कोई भी मतदाता की [लोकतंत्रीय परम्परा -के संरक्षण की बात नहीं करता]? कसौटी पर ……? आज -के सभी जनसेवक अथवा नेताजी अथवा सत्ता के …… ? सभी लोकतंत्र का हलाल करने वाले ……….? ऊँचे -मचान पर चढ़ -भिखारियों की तरह वोट की भीख सब मांगते हैं, पर कोई भी माई-का लाल -भ्रष्टवादमुक्त, अपराधवादमुक्त, साफ -सुथरा प्रशासन देने की हामी -भरने की बात करने को राज़ी नहीं -जिसके भी सामने यह बात की वह आँखे तर्रेकर ………?
हैरानी इस बात की -सब अपनी की- धरी कारगुज़रियों को छुपाने के लिए अन्य विरोधी – मौसेरे भाइयों की काली -कारगुजारियों की बढ़ -चढ़ कर गिनती गिना -गिना कर मतदाताओं को भ्रमित और गुमराह कर, अपने दामन को साफ बताकर मतदाता का भावनात्मक दोहन करने का प्रयास करते हैं, इससे उनका अपराध कम नहीं हो जाता -सो तथा कथित आज के राजनेता की कथनी और करनी [पाताल गंगा, आकाश गंगा सा फर्क] के बीच का धुधलका -छटता प्रतीत नहीं होता। ऐसे में क्षुब्ध संवेदनशील मतदाता निश्चित ही नेताओं की इस दलगत भ्रष्ट राजनीति से उकता चुका है, ऐसे लंकाई देशद्रोही नेताओं से निज़ात पाने और मुंहतोड़-एक लुहारी हथौड़ा बजाने का, मतदाता के पास एक ही जबाव है क़ि वह संविधान के नागरिक अधिकार का इस्तेमाल कर धारा ४९[ओ ] के तहत फार्म १७ ए की मतदान -केंद्र पर जा खुलकर मांग करे -क्योकि यह मतदाता का संविधान द्वारा बुनियादी अधिकार है, ताकि लोकतंत्र की परिभाषा को अपने तौर -तरीकों से तोड़ -मरोड़ कर देखने वाले -लंकाई नेताओं को सर्वहारा -मतदाता -अपने मतदान के नागरिक अधिकार से अहिंसक जवाब देकर देश को -दलदल में लेजाने पर आमादा बैठे -नेताओं को कुछ तो होश आए ।
चाटुकार और चापलूस, दोनों से उनकी बनती है ।
साफ -साफ कहने बालों से नेता जी की ठनती है ।।

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply