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इतना -पता नहीं था ……..!

khwahishein yeh bhi hain
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इतना -पता नहीं था ……..!
हम -दोनों ही अपने -अपने स्वभाव से भिन्न -भिन्न थे ,तमाम भिन्नताओं के बावजूद -हम में अच्छी बनती थी,वह पढ़ाई में आगे रहता और मैं कालेज की अन्य सांस्क्रतिक गति विधियों में आगे-आगे , शायद इसकी बजह एक और भी थी कि हम दोनों के पापा -बहुत अच्छे मित्र थे , हाई- स्कूल के बाद वह साइंस ग्रुप में चला गया और मैं कला -वर्ग में,एक ही कालेज में होने के बावजूद ,अब हमारे बीच कालेज के गेट पर ही हाय ,हेलो होती और हम अपने -अपने विषयगत -पढ़ाई में इतने व्यस्त रहते कि वह – सब शरारतें और हम सब दोस्तों के बीच की – हंसी,मजाक की बातें ऐसा लगता था जैसे बीते हुए जमाने की बात हो | इंटर मीडिएट में उसने कालेज में टाप किया था और उसी वर्ष एन डी ए में उसका चयन हो गया,वह बहुत खुश था ,कालेज की तरफ से हम- सबने उसे एक शानदार पार्टी भी दी थी ., उस पार्टी में हम सबने कालेज के बैंड और ड्रम पर खूब -मिल कर डांस और मस्ती की उसी पार्टी के अवसर पर – अनुभा और सुदेश के बीच की घनिष्ठता का मुझे अहसास हुआ ……,शायद सुदेश के प्रति -मेरे मन में पहली- चाहत का -अनछुआ अहसास था …..और मैं उस शाम बहुत परेशान रही,यह बात अपने तक ही सीमित थी – सो किसी के साथ साझा भी नहीं कर सकती थी,चाहत और संकोच के बीच …….? फिर धीरे -धीरे मैं अपने -आप को व्यस्त रख कर …………! उसी वर्ष हमारा तबादला आसाम हो गया और हम लोग देहरादून से चले गये …………उसके बाद पापा के माध्यम से उसका हाल -चाल मिलता रहता था -पर मैंने अपनी तरफ से -उस से सम्वाद खत्म सा कर दिया था ,इस -बात को शायद वह -कुछ -कुछ समझता भी था पर ………………….! आज -जब सफाई करते वक्त पुराने फोटूओं की एलबम देख कर उसमें कालेज के अच्छे -दिनों की हंसती हुई तस्वीरें देख कर – खुद से ही हमने कहा कि………………………. ………………………… .इतना -पता नहीं था …………!
—–
बात – करने का ……….
उसमें ………………
सलीका – नहीं था ………
पर -आदमी ……….
दिल – का ………..
बुरा – नहीं था ………..|
१—- दुनियां – दारी ………
वो – ठीक से ………..
समझता – नहीं था …….
यकीनन – नजर में ……..
उस सा ……….
कोई – दूसरा नहीं था ………||
२—- मेल – मुलाकात में ………
किसी – से ……..
पीछे – नहीं था …………..
पर …………………….
पहल – करने का ……..
उसमें – हौंसला नहीं था ……..|||
३—- दिल ………….
बेजान – खिलौना नहीं है……..
वो – भीड़ में ………
खो – जायेगा ………..
इतना – पता नहीं था …….||||||||
स्वरचित -सीमा सिंह |||||||||

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